प्रकाशितवाक्य 15:2 - Sirmouri2 तबे मेरे ऐशो जाँणियों जेष्णों मुँऐ ऐक काँचों का ढाब देखी लुवा, जिन्दी आग जैऐ मिलाऐ थंऐ, मुँऐं तेसी कुँड की टिराँव्टी गाशी तिनू खड़े देखे; जिन्ऐं तेथू खराब-माँरकुट बुँणेंर अरह् तेथ्की मुँर्ति अरह् तेथ्को नाँव की गीनती गाशी जीत्त पाऐ थंऐ थी, अरह् तेस्की हाथों दी पंण्मिश्वर के जाँणें देऐ गऐ ऐक कनाल़ भे थी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम2 औरौ मोऐं किछै दैखौ जिथकै चौड़ाए समुन्द्र कै जैशणै थी, ऐजै आग मिलेयौंदे शीशै कै जैशणै दैखियौं थै। औरौ तैसी समुन्द्र कै किनारे पांदी जू शीशै कै जैशणा थिया, मोऐं बौहितै लोगौ कै खौड़ै हौएयौंदै दैखै। सै सैजै लोग थिए जिनुवै तिथु राकस कै हराए राए थियु, जिथुकै तिनुऐ तिथकै पूजा कौरणौ शै मौना कौरे दियु थियु, तिनुऐ तिथकै मूर्ती कै पूजा कौरणौ शै औरौ तैसी नम्बर का निशान छपवाणौ शै मौना कौरे दियु थियु जिथका मतलब तिथकौ नांव औसौ। सैजै हौराणौ वाल़ै तैसी समुन्द्र कै किनारे खौड़ै थिए, तिनुऐ तिनु तारवाल़ै गाजै-बाजै कै पाकड़ै राए थिए जू तिनु पौरमेशवर कै ढौबौशै दैय राए थिए। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |