प्रकाशितवाक्य 14:10 - Sirmouri10 सेजे भे पंण्मिश्वर के रोष, के सूर पीला, जुण्जी पंण्मिश्वर के रोष के बैलूवें दी पाऐ गऐ थी, तेसी पबित्र-स्वर्गदूत्तो, अरह् छ़ैल़्टे के सहाँम्णें आग, अरह् गंन्धक की गईरी बैद्णीं दे पाऐ ज़ाले। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
सेजो बुँणेंर, अरह् तेस्की गईलो सेजे झूठे ऋषी, थाँम्बड़े गुवे, जेथू ऐ तेसके सहाँम्णें संईसारी दी ऐशी चींन-नींषाणीं देखाऐ थी, जिन्दे के जाँणें तेने तिनू भरंमाँऐं-दुरंताँऐ जिनू गाशी तेथू बईच़ीं की छाप-मुँहर थी, अरह् जुण्जे तेथू बुँणेर की पूजा करह् थिऐ। तिनू जीऊँदे ही तियों आगी की झील नंरक दे, जू गंन्धक शी जल़्दी रंह्, तिनू बादे तिन्दें पाऐ गुऐ।