प्रकाशितवाक्य 13:10 - Sirmouri10 जिनखे कय्दी दो ज़ाँणों लिखी थो, से कय्दी दा ही ज़ाँदा; अरह् जुण्जा तरवारी लई माँरों, से तरवारी ही लई माँरा ज़ाँदा, ईन्देंखे ऐजो जरूरी असो, के पबित्र लोगो का सबेर अरह् बिश्वाष का बख्त्त असो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम10 जिनु लोगौ खै कोयद कौरा जाणा तय औसौ, सैजै निशोंक हौयौ कोयद कौरे जांदै, औरौ जिनु कारिए तय औसौ कै सै औकै लोगौ कै दवारा तलवार शै मारै जांदै, तौ सैजै निशोंक हौयौ तलवार शै ही मारै जांदै। इथकारिए जौरुरी औसौ कै पौरमेशवर कै लोग तिनु मुशकिलो खै सैहन कौरौ जू सै महसूस कौरौ औरौ बिशवाश कौरणौ दै मोजबूत रौंव। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जुण्जों बुँणेंर तुँऐं देखो, से आगे तअ थियों, परह् ऐबे ने से आथी, अरह् अथाह् कुँड शो नीक्ल़ियों नाँष दो पड़्दो, अरह् धर्ती दे रंहणों वाल़े जिनके नाँव संईसारी की उत्पत्ति के बख्त्तो शे जीवन की कताबे दे लिखी ने थई, से ऐथू बुँणेंर की ऐजी दंषा देखियों, के आगे थियों अरह् ऐबे ने आथी, अरह् से हजो आँदों, तबे तिनके तोरबाँण च़ूट्दे।