प्रकाशितवाक्य 11:18 - Sirmouri18 सोभी जात्ती के लोगे ऐ रोष-कुरूध करा: अरह् तिनू गाशी पंण्मिश्वर की माँर पड़ी, अरह् सेजा बख्त आऐ पईचा के मँरे अँदे का नियाँव करा ज़ाँव, अरह् तेरे दास ऋषियों, अरह् पबित्र लोगो खे अरह् तिनू छुटे बड़े खे जू तेरे नाँव शे डरो ऐ, बद्ल़ा दिया ज़ाँव, अरह् धर्ती के बिगाढ़्णों वाल़े नाँष करे ज़ाँव।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम18 सैजै लोग जू तांव पांदी बिशवाश ना कौरौ सै तैरै खिलाफ औसौ, जिथुकै ऐबै सैजा सौमय आए गौआ कै तैरा गुस्सा तिनु पांदी आंव, औरौ सैजा सौमय कै तू मौरेयौंदे का न्याय कौर, ऐबै सैजा सौमय बै औसौ जौल़ौ तू तिनु पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै खै इनाम दैंदा जू तैरी सेवा कौरौ, औरौ तिनु सौबी लोगौ खै जू तैरा डौर मानौ, सैजै जू खास मानै जांव औरौ जू खास ना मानै जांदै, जोबै कै तैसी सौमय तू तिनुखै नाश कौरे दैंदा, जिनुवै धोरती पांदी विनाश कौरे राए।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |