प्रकाशितवाक्य 10:6 - Sirmouri6 अरह् जू ज़ूगौ-ज़ूगौ तोड़ी जीऊँदा असो, अरह् जेने स्वर्ग अरह् जुण्जो किऐ ईन्दो असो, अरह् धर्ती को जू किऐ ईन्दो असो, अरह् संमुन्द्रो को जू किऐ ईन्दो असो, सेजो बाँणों सिर्जो, तिन्दें की षौ खाऐयों बुलो, “ऐबे तअ हजो देर ने हंदी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम6 औरौ जू हमैशा जियुंदी औसौ, औरौ जैणै स्वर्ग, धोरती औरौ समुन्द्र औरौ तिथमुंजी सौब ठुँ बाणै राए। तैसकै शौं खायौ बौल़ौ कै, “ऐबै कोसी बै बात कारिए हौजौ इंतजार ना कौरणा पौड़दा। ऐबै सैजी सौबै बातौ पूरी हौए जांदी।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
ईन्देंखे हे स्वर्ग; अरह् ईन्दें रंहणों वाल़े लोग, आँनन्द-खुशी मंनाँऐयों अरह् मंगन हऐ ज़ाव! परह् फ़िट्कारा असो, ईयों धर्ती, अरह् समुँन्द्रों खे; किन्देंखे के ऐ ऐजो जाँणीं पाँव के तुवाँरा बंख्त्त हजो ठीका ही असो, किन्देंखे के शैतान तुओं तोड़ी पंह्ऊँचीं गुवा, अरह् से बैजाऐ रोषै शा भरी गुवा, किन्देंखे के तेस कैई ऐजा पता लागी गुवा, के ऐबै मेरा बंख्त्त ठींका ही असो।”