16 (जे कुँऐं शुण्दे-भोंण्दे हों जिनके शुण्णों खे काँन हों से काँनों लाऐयों शुणें)”
16 जिनु कुणिए मैरै बात शौणै लोए, सै ध्यान सै शोणेयो।”
जिनके शुण्णों खे काँन हों, से शुणी पाँव।
जे कुँऐं शुण्दे-भूण्दें हों, जिनके काँन हों, से काँनों लाऐयों शुण्णों।”
तबे प्रभू यीशू ऐ बुलो के, “जे कुँऐं शुण्दे-भूण्दे हों, जिनके काँन हों से काँनों लाऐयों शुण्णों।”
ऐष्णी किऐ चीज ने आथी, जू बाऐरे शी आदमी के करंम-भूटों, परह् जुण्जी चींजो आदमी शी बाँईडी निंक्ल़ो, सेजी ही चींजो आदमी के करंम-भूटों।
जबे प्रभू यीशू लोगो के भीड़ो कैई शे घरे हुटे, तअ तिनके चैले ऐ तिन कैई शो तेसी अनाँणें के बारे दो पुछो।
परह् किऐ बीज़ आच्छ़ै बोंन्दरे खेच़ौ दो पड़ो, अरह् सेजो बीज़ ऊबे जाँमियों षौ गुणा फ़ल़बंन्त्त हुओ”, ऐजो बुलियों प्रभू यीशू ऐ तिन खे जुराल़ो बुलो, “जैस्के शुण्णों खे काँन हों, सेजा शुणीं पाँव।”
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियों खे का बुलो। जू जींत्ती ज़ाला, तेस्के ओकी मंऊँती शा घाटा ने हंदी।
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो। के जू जींत्ती ज़ाँव, तिन्खे हाँव चुप्पी के मंन्ना मुँझ्शो देऊँबा, अरह् तैस्खे ऐक चीटा पात्त्थर भे देऊँबा; अरह् तेसी पात्त्थर गाशी ऐक नुंवों नाँव लिखो अंदो हलो, तेसी पात्त्थर भेंट्णों वाल़े के सुवाऐ ओका कुँऐं ने जाँण्ला।
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो।
जिनके काँन हों से शुँणी पाव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियों खे का बुलो। के जुण्जा जींत्ती ज़ाँव, हाँव तैस्खे तेसी जीवन के बड़े डाल़-पेड़ मुँझ्शो जू पंण्मिश्वर के स्वर्गो दा असो, तिन्दें के फल़ खाणों देऊँबा।”
जेस्के काँन हों, से शुँणीं पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो।”