मरकुस 4:17 - Sirmouri17 परह् आप्णें सासो दे बचन की जड़ ने सारी पाँदे, अरह् से थोड़े ही देसो का दे:खावा हों, जेई बचन की ताँईऐं तिन गाशी सताँव-परिशानी आँव, तेई तिनका बिश्वाष जू बचन शुणियों हुआ, सेजा तेख्णी खत्त्म हों। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम17 पौरौ पौरमेशवर कै वचन कै आपणै मनो भीतरा ना बौठाल़ो, औरौ ऐसी बौजैह शै सैजै दैणिक दूसौ तौड़ी टिकयौंदे रौंव; इथकै बाद जोबै पौरमेशवर कै वचन की बौजैह शै तिनु पांदी दुख औरौ तकलीफ आंव, तौ सै तौलोंई बिशवाश कौरणा छोड़े दैंव। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हाँव ऐजो जाँणू ऐ, के तू तेथै रंऐ, जेथै शैतान को सिंगाँस्ण असो; तू मेरे नाँव गाशी पाका अट्ल़ रूऐ, अरह् मुँह गाशी बिश्वाष कर्णो शा तिनू देसो दा भे पाछू ने फिरे, जिनू मुँझी मेरा बिश्वाष ज़ूगा, भाऐ अन्तिपास जू तुवाँरे बीचो दा तेसी जागा दा मेरी खुषख्बरी शुँणाँणों के कारण माँरा गुवा जेथै शैतान आप्णों राज करह्।