सेजो बिषाँव के देसो की तियारी को देस थियों, अरह् यहूदी अगवाल़ ऐजो ने चहाँव थिऐ; के कोसी की देह्-शरीर बिषाँव के देसे शुँल़ी-फ़ाँशी ने टंगी अंदी रंह् च़ेंई; ईन्देंखे से हाकम-पिलातुस कैई आऐयों तेसी ढह्लयाँदे लागे; के ईनू लोगों की बागंणीं च़ुड़ियों ईनू शुँल़ी-फ़ाँशी गाच्छ़ै ऊदे गाड़ो; किन्देंखे के ऐजे लोग बिषाँव के देसे शुँल़ी-फ़ाँशी टाँगें अंदे ने रूऐ चेंई; किन्देंखे के सेजो बिषाँव को देस खास थियों।