30 आगे शुँल़ी-फ़ाँशी गाछ़ा आपु तअ ऊदा आ, अरह् आपु तअ बंच।”
30 क्रूसो पांदी दा उदा ओतरेयो आपी खै बौचा।”
अरह् बाटो पूडे ज़ाँणों वाल़े मुँढो झ़िगाल़ी-झ़िगाल़ियों अरह् ऐजो बुलियों तिनकी नीदया-चुगली अरह् ठाठे पाड़दे लागे; के “हुऐ रे, देऊँठी का ढाल़िया अरह् च़ीज़े की पाछ़ू देऊँठी बाण्णों वाल़ा!
ऐशी ही दाँई प्रधान-याजकों, अरह् यहूदी-निय्म के शिखाणों वाल़े, आपु मुँझी नंक्ली पाड़ियों बुलो थिऐ, “ऐने ओकी बचाऐं तुँऐं, परह् ऐ आपु ने बंची सक्दा।