25 अरह् झ़ीषो का च़ैल्वार हऐ गुवा थिया, जबे प्रभू यीशू शुँल़ी-फ़ाँशी दे चढ़ाऐ।
25 लमसम झीशो कै नौ बोजे, जोबै तिनुऐ तैसीखै क्रूसो पांदी टांगा।
दोपारों शे पुंडे ऊछाँणों तोड़ी तेसी बादे देशो दो ईनाँरो पंड़ों अंदो रूओं।
दुपार हणों गाशी भे बादे देशो दो ईनाँरों पड़ो, अरह् देसो ऊछाँणों तोड़ी रूओ।
देसो ऊछाँणें आरी प्रभू यीशू ऐ जुराल़ो बुलो, “एलोई, एलोई, लमा शबक्त्तनी?” जिन्दे का मतल्व ऐजा असो, “हे मेरे पंणमिश्वर! हे मेरे पंणमिश्वर! तुँऐं मुँह कैई छुड़ी दिता?”
लग-भग दुपारो का बख्त्त मंतल्व ढ़ल़्कियों हऐ रूओ थियों; अरह् तेसी बख्त्ते बादे देश दो ईनाँरो पड़ी रूओ थियों।
सेजो देस (फ़सह) के तैयारो को देस थियो, अरह् दुऊँपारो के उडे-पुडे का बख्त थिया; तबे हाकम-पिलातुस ऐ यहूदी अगवाँल़ खे बुलो, “देखो, ऐजा असो; तुवाँरा राजा।”
जेष्णों तुँऐं जाँणी भे थो, के ऐजे लोग सूरो लंई माँचिऐ अँदे असो; ऐ नाँषे दे आथी ने, किन्देंखे के हेभी तअ झ़ीष्के नौ भे बाजी ने रंह्ई।