प्रभू यीशू ऐ तिनखे बुलो, “हे शमौन, योना का बैटा, तू भागोईत असो! किन्देखे के ताँव कैई ऐजा सचाई का प्रकाष कराँणा, कोसी आदमी का काँम ने आथी; परह् मेरे स्वर्गो के पिता का काँम असो, जिन्ऐं ऐजी बात ताँव गाशी पर्गट करी।
“हाँव तुओं खे खास बात बुलू, के ईथे कुछ लोग असो, जुण्जे ताँव-तोड़ी मंऊँत्ती का सुवाद ने चाख्दी, मतल्व ताँव-तोड़ी ने मंर्दीं जाँव तोड़ी आदमी का बैटा तेसके राज्य दा तेसी राज कर्दे ने दे:खो।”
“तबे आदमी के बैटे के चींन-नीशाँणी अस्माँनों दी दे:खाई पड़ली, अरह् तबे धर्ती के सब कुल़ों के लोग छ़ाँतीं-हिकुड़े पिटले; अरह् आदमी का बैटा बड़ी शक्त्ति अरह् ठाट-बाट आरी अस्माँनों के बाद्ल़ो गाशी आँदे देख्ले।
प्रभू यीशू ऐ आप्णें चैले खे बुलो, “हाँव तुँओं खे खास बात बुलू, के जै-तोड़े ईथै खड़े असो, इन मुँझ्षे कुँऐं-कुँऐं ऐष्णें असो, के जाँव तोड़ी पंणमिश्वर को राज्य शक्त्ति लई आऐयों ने दे:खी पाँव, ताँव-तोड़ी मंऊँती के हाथो दे ने ज़ाँदे।”
किन्देंखे के प्रभू आपु ही स्वर्गो शे ऊदे आँदे; तेसी बख्ते लेल्लापूर, अरह् मुँख्या दूत का शब्द शुँणाई पड़दा, अरह् पंण्मिश्वर की तूरी फूकरी ज़ाँदी; अरह् जू मसीया दे मँरी रूऐ, सेजे ही आगे ऊबे जीऊँदे।
किन्देंखे के जबे आँमें तुँओं खे आप्णे प्रभू यीशू मसीया की शक्त्ति का अरह् आँणों का समाँचार देऐ थुवा, तअ से चलाकी की कथा का ने थी, परह् आँमें आप्णी आ:खिऐं तिनकी बड़ियाऐ दे:खी थऐ।