तिन्ऐ दुर्के शी ऐक तेर्मोल़ी के हरी डाल़ी दे:खी, अरह् से तिन्दे के नंजीक हुटे, के हऐ सको, के आँमों किऐ ईदा फल़ भेंटी ज़ाला: परह् प्रभू यीशू मसीया खे पाँच़ों के सुवाऐ तिदो ऊको किऐ ने भेंटी, किन्देंखे के सेजा तिन्दे के फल़णों का बख्त ने थी।
ईन्दीखे हर ऐक ढंग शो प्रभू यीशू मसीया खे ऐष्णों जरूरी ही थियों, के से भी आप्णें भाऐ-बंईणों जेष्णें ही बंणों; के सोभी की पापों की ताँईऐ से पंस्ताँवे कर्णो खे आप्णा बंल़ीदाँण करियों, पंण्मिश्वर के सहाँम्णें कृपा कर्णो वाल़ा, अरह् बिश्वाष ज़ूगा महाँ-याजक बंणीं ज़ाँव।