11 ऐतलो देसभरी की रोटी आँमों खे दे।
11 ‘आमु कै रौज सैजौ खाणौ कै दै जू आमु रौज कै दूसौ कारिए चैंई।’
प्रभू यीशू ऐ जबाब दिता “पबित्र-ग्रन्थों दो ऐजो भे लिखी थो: के ‘आदमी सिर्फ रोटी शा ने, परह् ऐक नाँम बचन जुण्जें पंणमिश्वर के मुँहों ज़ात्ती शे नींकल़ो तिन्दी ही लई से जीऊँदा रंह।’”
आँमों खे रोज की रोटी दे,
ऐष्णे खे आँमें प्रभू यीशू मसीया दी ऐजी अज्ञाँ दियों, अरह् सम्झाँव ऐ, के चुप-चाँण किऐ काँम-काज़ करियों आप्णी रोटी खाया करह्।
जे आँमों कैई खाँणों खे रोटी अरह् बाँम्बणों खे खोट्णों हों, तअ आँमों तिदो आँनन्द-खुशी हंणों पड़ो।