मत्ती 6:10 - Sirmouri10 ‘तेरो राज्य आँव: तेरी हिछ़या जेष्णी स्वर्गो दी पुरी हों, तेष्णी ही संईसारी धर्ती गाशी भे पुरी हों। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम10 ‘तैरा राज्य आंव। तैरै इछा जैशणै स्वर्ग दै पूरी हौंव, तैशैखैई धोरती पांदी बै पूरी हौंव।’ အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तबे मुँऐ कोसी स्वर्गो दा ऐजी घोष्णाँ जुराल़ी कर्दे शुणाँ: “ऐबे अमाँरे पंण्मिश्वर का छ़ुट्कारा मुँक्त्ति अरह् राज अरह् मसीया का हंक-अधिकार पर्गट हंऐ गुवा। किन्देखे के अमाँरे भाऐ-बंईणों गाशी दोष-कसूर लाणों वाल़ा, जुण्जा रात्ती-देसो अमाँरे पंण्मिश्वर के सहाँम्णें तिनू गाशी दोष-कसूर लाँव थिया तेसी ऐबे ऊदा फ़ेरकाऐ पाया।
तबे मुँऐ सिंगाँस्णों देखे, जिन्दें गाशी सेजे लोग बऐठी रूऐ थिऐ, जिन कैई नियाँव कर्णो का हंक-अधिकार दिया गुवा थिया। तबे मुँऐ तिनकी आत्त्मा भे देखी, जिनके मुँढों प्रभू यीशू की गुवाऐ-शाज़्त्त देणों के कारण, अरह् पंण्मिश्वर का बचन का प्रचार कर्णो के कारण काटी थुऐ थिऐ, जिन्ऐं तेथू माँरकुट बुँणेंर की मुर्ती की पूजा ने करी थई थी, जिनके माँथे अरह् हाथों दे तेथू माँरकुट बुणेंर के छाप-मुँहर ने लाऐ थंई थी, सेजे लोग पाछू ऊबे जींऊँदें हुऐ, अरह् हजार साल्ह तोड़ी मसीया की गईलो तिन्ऐं राज्य करो।