तबे से प्रभू यीशू फंशाँणों की ताक दे थिऐ, अरह् तिन्ऐं आप्णें शड़यन्त्र रंचणों वाल़े लोग धर्मी जंण के रूप दे, प्रभू यीशू कैई डेयाल़े; के ईनू कंसी भी ढंग शे फशाऐयों हाकम के हाथों दे देऐयों; तिन के कंबजै दे दिऐ ज़ाँव।
धुरो ऊँक्षों दें ही तिन्ऐं प्रभू यीशू महाँ-याजक काइफा कैई शे हाकम-पिलातुस के मंहलो दे नीऐं, तबे: झींष हंऐ गऐ थी: परह् यहूदी अगवाल़ लोग, तेसी मंहलो दे भिटे ईन्देंखे ने हुटी; के कंद्दी ऐशो ने हंईयों, के आँमें गऐर-यहूदियों के छ़ुहणों लई अ-शुद्ध ने हऐ ज़ाँव; जू आँमें (फ़सह) के तैयारो के जून ने खाऐ सको।
तेने दमिश्क के चौत्रें के नाँव दे पत्र माँगे, जिन्दा तेस्खे ऐजा हंक-अधिकार दिया गुवा थिया; के जे कोसी भे बिश्वाषी यरूशलेम दे बाँनियों आँणों, से तिरंई, हों भाँव मंरोद् हों।