18 पिपातुस ऐजो जाँणों थिया, के सिर्फ जल़ण के कारण ही ईन्ऐं यीशू तेस्के हाथो दा देऐ थुवा।
18 जिथुकै सै जाणौ थिया, कै तिनुऐ यीशु खै रिशो की बौजैह शै थोमाए राए थिया।
ईन्देंखे जबे लोग कठे हुऐ, तअ पिलातुस ऐ तिन कैई शा ऐजा सुवाल करा, “हाँव तुओं खे कोसी छुड़ी देऊँ; बरअब्बा, के यीशू, जेस्खे मसीया बुली? तुँऐं का चहाँव?”
जबे हाक्म पिलातुस नियाँव के सिंगास्हणों गाशी बईठा अंदा थिया, तअ तेस्की घरवाल़िऐं तेस्खे ऐजा शुज़ा दिता, के “तू ऐसी धरंमाँत्त्मा आदमी को किऐ ने करे, किन्देंखे के बियाल़ी रात्ती मुँह सुईंणें दा ऐस्के कारण बैजाऐ दु:ख संहणा पड़ा”।
ताँव-तोड़ी हाक्म पिलातुस कैई ऐजा पता लागी रूवा थिया, के प्रधान-याजकों ऐ प्रभू यीशू मसीया डाह्-जल़्ण शा थँह्बड़ाऐ थुवा।
परह् यहूदी लोग तियों भीड़ो देखियों, डाह-जल़्ण शे जल़ी गुऐ; अरह् संत्त-पौलुस की नीदया कर्दे तिनकी बातो का बिरूध कर्दे लागे।
ऐजो देखियों महाँ-याजक अरह् तिनके बादे साथी, अरह् सदूकियों समाँज के लोग, मीष-जल़्ण शे भरी गुऐ।
“तिनू कुल़ बाबा ऐ, डाह्-जल़्ण के कारण यूसुफ़ मिस्र देश दा बिकी दिता; परह् पंण्मिश्वर तेसी यूसुफ़ की गईलो थिया।
कियो तुँऐं ईयो जाँणों के पबित्र-ग्रन्थों का ऐसी कथंन का किऐ अर्थ ने आथी: सेजी आत्त्मा जियों “पंणमिश्वरे आँमों दी बसाऐ थऐ, से बैजाऐ आप्णी हिछ़या शी आँमों खे ऐजी काँमना करह् जिन्दें का प्रत्ति-फ़ल़ डाह्-जल़ण हों”।