सेजे लोग पंणमिश्वर की धार्मिक बिधी आछ़ी-भली जाँणों थिऐ, के ऐष्णी-ऐष्णी काँम-काज़ कर्णो वाल़े, मऊँती की सजा ज़ूगै असो; परह् से आपु तअ ऐष्णें बुरे काँम-काज़ करह् ही थिऐं, परह् जे कुँऐं ओके करह् थिऐं; तबे भे से तिन्शे खुशी हों थिऐ, अरह् आपु भे तिनका साथ करह् थिऐ।