32 परह् हाँव आप्णे पाछ़ू ऊबे जीऊँणों गाशी, तुँओं शा आगे गलील ईलाके दा ज़ाँऊबा।”
32 पौरौ हांव आपणै जियुंदी हौणौ खै बाद तुऔं दा औगौड़ियौ गलील जिले खै जांदा औरौ तिथै भैटदा।”
तेसी बख्तो शुभें प्रभू यीशू आप्णे चैले खे बुल्दे लागे, “जरूर असो, के हाँव यरूशलेम खे ज़ाऊँ, अरह् यहूदी लोगो के ठगड़े अरह् प्रधान-याजकों, अरह् यहूदी-निय्म के शिखाँणों वाल़े के हाथे बैजाऐ भहिते दु:ख पाऊँ; अरह् मारा ज़ाऊँ; अरह् च़ीज़े का ऊबा जीऊँ।”
अरह् तेसी गऐर यहूदी के हाथो दा देले, जू से तेसी ठाठे खे खाले, अरह् तेस्दे कोड़े मार्लें, अरह् शुँल़ी-फ़ाँशी चड़ाले, अरह् तेसी च़ीज़े का ऊबा जीयाल़ा ज़ाला।”
ईन्दें गाशी संत्त-पतरस ऐ प्रभू यीशू खे बुलो, “जे बादे झुणें तुवाँरे बारे दे ठोकर खाँव तअ हऐ स्को; परह् हाँव कद्दी भे ठोकर ने खाऐ सक्दा।”
तबे प्रभू यीशू ऐ तिनखे बुलो, “डरे ने! मेरे भाईयों कैई ज़ाऐयों समाचार पंईचाल़ो, के से गलील खे चालो, तेथै से मुँह कैई शे भेंटदें।”
गियारह् खास-चैले गलील दे तियों धारोंह् गाशी हुटे, जेथै ज़ाँणों खे तिनखे प्रभू यीशू ऐ बुलो थियों।
“परह् हाँव आप्णे जीऊँणों गाशी तुँओं शा आगे गलील खे ज़ाऊँबा।”
परह् तुँऐं ज़ाव, अरह् तिनके चैले अरह् पतरस खे बुलो, के से तुँओं आगे गलील दे भेट्दे, जेष्णों तिन्ऐ तुँओं कैई बुलो थियों, तुँऐं तेथै ही तिनू दे:ख्ले।”
तबे से पाँच षौ शे जादा बिश्वाषी भाऐ बंईणों कैई शे ऐक साथ देखिऐ; जिन मुझ्शे ऐत्लो भे कऐयों लोग जींऊँदी असो, अरह् कऐयों लोग मरी गुऐ।