मत्ती 22:30 - Sirmouri30 ऊबे जीऊँणों गाशी, आदमी शादी-शुदा ने हंदी, अरह् ना स्वर्गो दे बियाव-जाज़्ड़े दिऐ ज़ाँदें तेथै से बादे के बादे स्वर्गदूत्त जेष्णें हंदे। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम30 जिथु मौरेयौंदे कै जियुंदी हौणौ पांदी सै बैयाव ना कौरदै, औरौ ना तिनुमुंजी बियाव हौन्दै; पौरौ स्वर्ग दै रौणौवाल़ै स्वर्गदूतौ कै जैशणै हौन्दै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
ईन्देंखे हाँव स्वर्गदूत्त खे नंमष्कार कर्णो खे लाँम्बा पसरियों तिनके लातो गाशी पड़ा। तिन्ऐ मुँखे बुलो, “देख, ऐष्णों ने करे, हाँव तेरा अरह् तेरे भाईयों का संगी दास असो, जू प्रभू यीशू की गुवाऐ-शाज़्त्त देंदा संईसारी दा आऐ रूवा। पंण्मिश्वर ही के लातो गाशी पसरियों नमंष्कार करह्;” किन्देंखे के प्रभू यीशू के गुवाऐ-शाज़्त्त ही ऋषियों के आत्त्मा असो।