मत्ती 2:12 - Sirmouri12 तबे तिनू तारा-मंडल़ के खुजी लोगो के सुईंणों लागो; के पंणमिश्वर कैई शी ऐजी चिताँव्णी भेटी, के राजा हेरोदेस कैई पाछू फीरियों ने ज़ाऐ, तबे से कोसी ओकी बाटो बाटी पाछू आप्णें देश खे हुटे। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम12 तोबै सुईणै दै ऐजै चैतावणी पायौ कै हेरोदेस राजा कै धोरे हौजौ नै जाया, औरौ सै ओकी बाटो बाटी आपणै देशो खै हौटै गौवै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तिनू तारा-मंडल़ के खुजी लोग बिदा हंणों गाशी; प्रभू के ऐक दूत्त ऐ यूसुफ खे सुईंणें दे पर्गट हऐयों ऐजी अज्ञाँ दिती, “बींयूज, बालक, अरह् ऐस्की माँ, ऐथै शी आगू नीऊँ, अरह् मिस्र देश खे भागी लाग, अरह् तेसी बख्तो तोड़ी तेथी रूऐ, जाँव तोड़ी हाँव ताँवखें अज्ञाँ ने देऊँ, किन्देंखे के राजा हेरोदेस ऐसी बालक की हंत्त्या कर्णों की ताक दा असो।”
सेजा बिश्वाष ही थिया, के बिना देखी चींजो के बारे दे ऋषी-नूँह खे पंण्मिश्वर कैई शी आगे ही चिताँव्णीं भेटी; अरह् तेने तियों चिताँव्णीं भेट्दे ही आप्णें कुड़बे बंचाँणों खे ऐक पाँणीं गाशी चाल्णों वाल़ो बड़ो जहाँज बाँणों; अरह् तेने आप्णें बिश्वाष के कारण ही ईयों संईसारी दुषी-कसूरबार बंणाँऐ, अरह् तियों धार्मिक्त्ता का हंकदार बँणा; जुण्जा हंक बिश्वाष कर्णो के कारण भेंटो।
अरह् ऐजे याजकों सेजे असो, जुण्जे दाँणिक स्वर्गो की चींजों खे, अरह् दाँणिक ताँम्बू खे, अरह् दाँणिक ही आरार्धना करह्; किन्देंखे के ऋषी-मूसा जबे तेसी ताँम्बू बाँण्णों वाल़ा थिया, तअ पंण्मिश्वर कैई शी तेस्खे ऐजी चिंताँव्णी देऐ गंऐ थी; के “ऐजा ध्याँन थुऐ, के तुऐं ताँम्बू ठीक-ठीक तेष्णाँ ही बाँणें; जेष्णाँ के ताँव कैई शा धारह् गाशी देखाया गुवा थिया।”