मत्ती 17:12 - Sirmouri12 सचाऐं तअ ऐजी असो, के ऋषी-एलिय्याह तअ आगे ही आऐ रूवा, परह् लोगे तेसी पछ़्याँणीं ने; तिनिऐं ऋषी-एलिय्याह आरी, आप्णी मंन-मानी करी, ठीक तेष्णा ही जेष्णा से आदमी के बैटे खे दु:ख, अरह् कष्ट देंदे।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम12 पौरौ हांव तुऔं खै बौतौऊं एलिय्याह औगौड़ियौ आए रौआ; औरौ तिनुऐ तौ तैसीखै ना पोछैयाणी, पौरौ जैशैखै चोऊ तैशैखैई तैसकै साथै बुरा बर्ताव कौरा, ऐशैखैई हांव आदमी का बैटा बै तिनकै हाथौ लैई दुख झैलदा।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
कियो तुवाँरे पुराँणिऐं ऐ ऋषियों गाशी अंत्त्याचार करी ने? तिन्ऐं तिनू ऋषी लोग माँरी दित्ते, जिन्ऐं आगे ही तेसी धर्मी जंण के आँवणीं की घोष्णाँ करी थी; तुओं लोगों खे स्वर्गदूत्त के जाँणें, रित्ती-रूवाज निय्म भेंटी ने? परह् तुऐं लोगें ऐं तिन्दें का पाल़्ण ने करी, अरह् ऐबे तेसी धर्मी जंण के थंहम्बड़ाणों वाल़े अरह् हत्त्यारे बंणी गुऐ।