7 अरे ओ, पाखंडियों! ऋषी-यशायाह की ऐजी बरंम्बाणीं तुवाँरें बारे दी ठीक ही असो:
7 ओए रै कपटियो, यशायाहै तोंवारै बारै मुंजी ऐजै भविष्यवाणी ठीक कौरे राए:
ऐसी माँ-बाबा के आदर-ईज्जत कर्णो के जरूरत ने आथी; ऐष्णों कर्णो लई, तुऐं आप्णें रित्ती-रूवाज पुरे कर्णो की ताक दे रंह्, अरह्, पंणमिश्वर का बचन टाल़ी दियों।
‘ऐजे लोग सिर्फ ओठो लई तअ मेरा आदर सम्माँन करह्, परह् ईनका मंन मुँह शा बैजाऐ दूरका असो।
ओ पाखंडी, आगे आप्णी आँ:खी शा लेकड़ा उडा गाड़, तबे तू आप्णें भाई की आँ:खी को साँट-तेण्का सुवाँ करियों दे:खियों निकाल़ी पाईदा।
प्रभू यीशू मसीया ऐ तिनखे जबाब दिता, तुओं पार्खंडियों खे “बरंम्बाणीं कर्णो वाल़े ऋषी-यशायाह ऐ जैष्णो पबित्र-ग्रन्थों दो लिखी थो: ऐजे लोग सिर्फ ओंठो लई ही मेरा आदर-ईज्जत करह्, परह् ईन का दिल मुँह शा बैजाऐ दूरका असो।