9 जिनके काँन हों, से काँनों लाऐयों शुणी पाव।”
9 “जिनु कुणिए मैरै बात शुणी लोए, सै ध्यान सै शोणेया।”
जिनके शुण्णों खे काँन हों, से शुणी पाँव।
चैले ऐ आऐयों प्रभू यीशू कैई शे सुवाल जबाब करें, “तुँऐं लोगो कैई अनाँणें दी बातो कैई करह्?”
“परह् भागोईत असो! तुँवारी आँ:खी, किन्देखे के ईन्दें लई दे:खियों ऐ; अरह् भागोईत असो तुवाँरें काँन किन्देखे के ईन्दें लई शुणियों ऐ।
जे कुँऐं शुण्दे-भूण्दें हों, जिनके काँन हों, से काँनों लाऐयों शुण्णों।”
तबे प्रभू यीशू ऐ बुलो के, “जे कुँऐं शुण्दे-भूण्दे हों, जिनके काँन हों से काँनों लाऐयों शुण्णों।”
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियों खे का बुलो। जू जींत्ती ज़ाला, तेस्के ओकी मंऊँती शा घाटा ने हंदी।
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो। के जू जींत्ती ज़ाँव, तिन्खे हाँव चुप्पी के मंन्ना मुँझ्शो देऊँबा, अरह् तैस्खे ऐक चीटा पात्त्थर भे देऊँबा; अरह् तेसी पात्त्थर गाशी ऐक नुंवों नाँव लिखो अंदो हलो, तेसी पात्त्थर भेंट्णों वाल़े के सुवाऐ ओका कुँऐं ने जाँण्ला।
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो।
जिनके काँन हों से शुँणी पाव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियों खे का बुलो। के जुण्जा जींत्ती ज़ाँव, हाँव तैस्खे तेसी जीवन के बड़े डाल़-पेड़ मुँझ्शो जू पंण्मिश्वर के स्वर्गो दा असो, तिन्दें के फल़ खाणों देऊँबा।”
जेस्के काँन हों, से शुँणीं पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो।”