प्रभू यीशू मसीया का जन्म ऐशा दाँई हुआ, के जबे तिनकी माँ मरियम के सगाऐ यूसुफ के गईलो हऐ गऐ, तअ तिनके मिल़्णों शी आगे ही मरियम पबित्र-आत्त्मा की शक्त्ति शी पेट्भारी हऐ गऐ थी।
किन्देंखे के ऐजा बाय्दा करा गुवा, के तू संईसारी का बारिस हंईदा, ना अब्राहम खे अरह् ना तेस्के बंष खे, अरह् ना ऋषी-मूसा खे भेटे गुऐं निय्म के जाँणें; परह् सिर्फ बिश्वाष कर्णो के जाँणें पंणमिश्वर की नंजरी दा बै-कसूर बंण्णों के जाँणें सेजा बाय्दा पुरा हुआ।
तेष्णा ही अब्राहम खे अरह् तेस्के बंष खे दिते गुऐ बाय्दे के बारे दो असो, दे:खो, पबित्र-ग्रन्थों दो ऐजो नें बुल्दा; के “तुवाँरे बंष खे” जे ऐजो हंदों, तअ भहीते के ढबे ईशारा हंदा थिया; परह् पबित्र ग्रन्थो दो बुलो, के तेरे बंष खे जुण्जे मसीही असो।
“हाँव, यीशू, मुँऐ कलीसियाओं के बारे दी ऐजी बातो पर्गट कर्णो खे आप्णाँ दूत्त तुओं कैई डेयाल़ी थुवा; हाँव राजा दाऊद के बंष-गंड़ी का सोभी शी खास अलाद असो, अरह् झ़ीषौ बियाँणीं दा चंमम्कणों वाल़ा तारा असो।”