अरह् तिनखे बुलो, “जे तू पंणमिश्वर का बैटा असो, तअ आपु ईथै शी ऊदी दे; किन्देखे के पबित्र-ग्रन्थों दो लिखी थो: के ‘पंणमिश्वर तेरे बारे दी आप्णें स्वर्गदूत्तो खे अज्ञाँ देंदे, अरह् से ताँव हाथे-हाथ ऊबा थाग्दे; जू कद्दी ऐशो ने हईयों के तेरे लातो दी पाथरो लई ढैस-ठूकर ने लागो।’”