51 अरह् अशिर्बाद देंदे प्रभू यीशू तिनू आरी शे ज़ंई हुऐ, अरह् तिनू स्वर्गों दे ऊबे टीपे गुऐ।
51 औरौ तिनु आर्शीवाद दैंदै बैई यीशु तिनुदा जौई हौए गौआ, औरौ स्वर्ग दा ऊबा निया।
जबे प्रभू यीशू मसीया ऐ तिनू आरी ऐजी बातो करी पाई, तअ तिनू स्वर्गो दे ऊबे थागे; अरह् तेथै से स्वर्गो दे पंणमिश्वर के सोऐं ढबे बऐठी गुवे।
तबे प्रभू यीशू ऐ खास-चैले बैतनिय्याह गाँव तोड़ी नींऐ, अरह् तिन्ऐं आप्णें हाथ तिनू गाशी थंऐयों तिनखे अशिर्बाद दिता।
तबे खास-चैले प्रभू यीशू के अरार्धना करियों, बैजाऐ आँनन्द-खुशी आरी पाछ़ू यरूशलेम खे आऐ।
प्रभू यीशू ऐ तियों खे बुलो, “मुँह, ने छुऐं! किन्देंखे के हाँव ऐभी तोड़ी आप्णें बाबा कैई ऊँबा ने हुटी रंई”; परह् मेरे भाईयों कैई ज़ाऐयों ऐजा शुझ़ा दे, के “हाँव आप्णें बाबा, अरह् तुवाँरे बाबा, अरह् आप्णें पंण्मिश्वर, अरह् तुवाँरे पंण्मिश्वर कैई ऊबा ज़ाँदा लागा।”
ऐजो बुलियों प्रभू यीशू खास-चैले के देख्दे-देख्दे ही ऊबे स्वर्गो दे थागे गुऐ; अरह् ऐकी बाद्ल़े ऐं प्रभू यीशू खास-चैले के आखी कैई शे चूरी दित्ते।
सेजा बैटा पंण्मिश्वर की बड़ियाऐ का साच्चा अरह् तिनका सरूप-अंष असो; अरह् बादी चींजो से आप्णी बचन की शक्त्ति लई सभाल़ो; तिन्ऐं सोभी लोग पाप शे छुड़ोऐयों, अरह् आपु ऊगले स्वर्गो दे ज़ाऐयों, महाँ-प्रतापी परमं-पिता पंण्मिश्वर के सुऐं ढबे बऐठी गुऐं।
किन्देंखे के जबे अमाँरा ऐष्णा बड़ा महाँ-याजक असो, जू स्वर्गो दा हुटा, मतल्व पंण्मिश्वर का बैटा प्रभू यीशू, तअ आव आँमें आप्णे धारण करे अंदे बिश्वाष दे पाक्कै अरह् डटे-अंदें रंह्ऊँबे।