40 प्रभू यीशू ऐ ऐजो बोलियों, तिन कैई शे आप्णें हाथ-लात्त देखाऐ।
40 ऐजौ बौलेयौ यीशुए तिनु आपणै हाथ लात दिखाए।
मेरे हाथ, अरह् मेरे लात देखो; हाँव ही असो! मुँह सुवाँ करियों देखो; किन्देंखे के भूत्त-प्रेत्त दे हाड़ माँस ने हंदी, जैष्णा तुऐं मुँदा देखी लुवा!”
जबे ईन्दें गाशी भे चैले के खुशी के माँरे बिश्वाष ने हंदी लागी थी, अरह् तिनके तूरबाँणच़ूटी रूऐ थिऐ; तबे प्रभू यीशू ऐं तिनखे बुलो, “कियों ईथै तुओं कैई किऐ खाँणों खे असोऐ?”
अरह् ऐजो बुलियों, प्रभू यीशू ऐं आप्णें चैले कैई शे आप्णें हाथ, अरह् आप्णी कुँछ़ी शी शाफ़्ड़ी देखाऐ; तबे चैले प्रभू देखियों बैजाऐ खुशी-आँनन्दित्त हऐ गुऐ।
तबे प्रभू यीशू ऐ थोंमा खे बुलो, “आप्णीं गुट्ठी लंई मेरे हाथ छ़ुऐयों देख, अरह् आप्णा हाथ मेरी शाफ़्ड़ी के बीचों दा पाऐयों देख; अरह् बै-बिश्वाषी ने, परह् बिश्वाषी बंण।”