13 परह् ऐजा तुओं खे गुवाऐं-शाज़्त्त देंणों का मोंका हला।
13 पौरौ ऐजा तुऔं कारिए मैरै बातौ कै बारै मुंजी बौताणौ का मौका हौंदा।
अरह् से तेसी ही बख्त्तो शुभा प्रभू यीशू थँम्बड़ाँणों के ताक जुह्दा रूवा।
हे भाऐ-बईणों, हाँव चहाऊँ के तुँऐं ऐजो जाँणी पाव के मुँह गाशी जू बिती रंऐ, तिन्दे लई खुषख्बरी की ही बड़ोत्री हऐ रंऐ।
अरह् कोसी बात दे बईरी दे ने डरो; तुँवारी ऐजी हिम्मत्त पंण्मिश्वर का बरंदाँण असो; अरह् बईरी के नाँष का नंतीजा असो, अरह् तुँओं खे ऐजा पंण्मिश्वर की ढबै शा मुँक्त्ति का नंतीजा असो।
ऐजा पंण्मिश्वर के साच्चै नियाँव का साफ परमाँण असो, के तुँऐं पंण्मिश्वर के राज्य ज़ुगे बणों, जिन्देकी ताँईऐं तुँऐं दु:ख्ह भे भूगो।