45 परह् जबे सेजा टंड्का भेंटी ने, तबे से जुह्दे-जुह्दे पाछू यरूशलेम खे हुटे।
45 पौरौ जोबै सै ना भैटी, तौ जूंदै-जूंदै यरूशलेम शहर कै पाछु हौटै गौवै।
तिन्ऐं ऐशो जाँणों के से कोसी ओकी जात्रू की गईलो हला; अरह् ऐकी देसो का पड़ाव बिती गुवा: अरह् तबे से आप्णें कोड़बे अरह् ओकी जाँण-फछ़याण के जात्रू आरी आप्णा टंड्का जुह्दे लागे।
अरह् च़ीज़े देसो बित्त्णों गाशी, तिन्ऐ तेसी शिक्क्षा देणों वाल़ो के बीचो दा बईठा अंदा; अरह् तिनकी शिक्क्षा शुण्दें अरह् तिन कैई शे सुवाल पुछ़्दे दे:खा।