36 ईन्देंखे जबे बैटा तुँओं अजाद करला, तअ तुँऐ सोत्तिखे अजाद हऐ ज़ाले।
36 जै हांव पौरमेशवर का बैटा तुऔं आज़ाद कौरु, तौ तुऐं सौथी कै आज़ाद हौए जालै।
“प्रभू के आत्त्मा मुँह गाशी असो; इंन्देखे के गरीब कंगाल खे खुषख्बरी का बखाँण कर्णो के ताँईऐं प्रभू ऐ मुँह छाँटी थुवा; अरह् मुँह ईन्देंखे डियाल़ी थुवा, के कय्दी खे मुँक्त्ति, अरह् शैड़े खे नंजर देणों का बखाँण करू, अरह् दबाऐं अंदें छुड़ाऊँ।
किन्देंखे के आत्त्मा के निय्म जुण्जे यीशू मसीया के जाँणें, आँमों खे जीवन दियों; से मुँखे पाप अरह् मंऊँती के बष शी मुँक्त्ति दियों।
किन्देंखे के जे कोसी दास-बैटू की दषा दा प्रभू ऐ बय्दी थुवा, तअ से प्रभू का अजाद करा अंदा असो। अरह् जेसी अजादी की दषा दा बऐदी थुवा, से मसीया का दास असो।
प्रभू तअ आत्त्मा असो: अरह् जेथै कैथी प्रभू का आत्त्मा असो, तेथै अजादी असो।
मसीया ऐ आँमों अजाद करी थुऐ, जू आँमें अजादी का मंज्जा लऐ सको, ईन्देंखे आप्णें बिश्वाष पाक्का थुऐ, अरह् हजो मूसा खे भेटे गुऐ अज्ञाँ-निय्म के गुलाम ने बंणें।