31 जे हाँव आपु ही आप्णी गुवाऐ-शाज़्त देऊँ, तअ मेरी गुवाऐ-शाज़्त साच्ची ने आथी।
31 जै हांव आपी ही आपणै गवाही दियु; तौ मैरी गवाही साची नै आथी।
प्रभू यीशू ऐ तिनखे जबाब दिता, के “जे हाँव आप्णी बड़ियाऐं आपु करू; तअ मेरी बड़ियाऐ बै-कार असो, जिन्ऐं मुँखे बड़ियाऐ देऐ थंऐ; से मेरा बाबा असो, जिनखे तुँऐं भे आप्णाँ पंण्मिश्वर माँनों।
“लौदीकिया नंगर की कलीसिया के दूत्त खे ऐजो लिख: “जू आमीन अरह् बिश्वाष ज़ूगा अरह् साच्चा गुवाह्-शाज़्त्त असो, अरह् पंण्मिश्वर की सिर्ष्टी की उत्त्पत्ति का खास कारण असो, से ऐजो बुलो: