22 ऐजो बुलियों प्रभू यीशू ऐ तिन गाशी फुक माँरी, अरह् तिन्खे बुलो, “पबित्र-आत्त्मा धारण करह्!
22 ऐजौ बौलेयौ तैणै तिनु पांदी फूंक मारै औरौ तिनुखै बौल़ौ, पवित्र आत्मा लौ।
हाँव बाबा कैई ऐजी अरज़ करूबा, अरह् से तुँओं खे ऐक मदत्तगार देला, जुण्जा संदा काल तोड़ी तुवाँरी गईलो रंह्ला।
“परह् जबे सेजा मद्त्तगार मंतल्व सच्चाई की आत्त्मा आली, जियों हाँव तुओं खे बाबा कैई शी डेयाल़ूबा; तअ से मेरे बारे दी गुवाऐ-शाज़्त्त देली;
तबे भे संच्चाऐ तअ ऐजी असो, के मेरो ज़ाँणों तुवाँरी ताँईऐ फ़ाय्देंबंन्द असो; किन्देंखे के जे हाँव ने ज़ाँऊँबा, तअ सेजा मंद्त्तगार मतल्व पबित्र-आत्त्माँ तुओं कैई ने आँदी; परह् जे हाँव ज़ाँऊबा, तअ हाँव तेसी पबित्र-आत्त्मा तुँओं कैई डेयाल़ी देऊँबा।
प्रभू यीशू ऐ तिनखे हजो बुलो, “तुँओं खे शाँण्त्ति भेंटो! जेष्णाँ बाबा ऐं मुँह डेयाल़ी थुवा; तेष्णें ही हाँव तुँओं भे डेयाल़ू।”
तुऐं जिनू लोगो के पाप माँफ कर्ले, तिनके पाप माँफ हऐ ज़ाले; अरह् जिनू लोगो के पाप तुऐं माँफ ने करह्, तिनके पाप माँफ ने हले।”
प्रभू यीशू ऐ ऐजी बातो तियों पबित्र-आत्त्मा के बारे दी बुली, जुण्जी पबित्र-आत्त्मा तिन दा बिश्वाष कर्णों वाल़े खे भेट्दे थी; परह् तेसी बख्त्तो तोड़ी सेजी पबित्र-आत्त्मा धर्ती गाशी ने आऐ रंई थी, किन्देंखे के प्रभू यीशू हेभी तोड़ी आप्णी बड़ियाई दे ने पंह्ऊँची रंई थी।
“ईन लोगो खे आँमों ही जेष्णीं पबित्र-आत्त्मा भेंटी रंऐ, तअ तबे कियों ईनू लोग कुँऐं नहाँण-नहाँणों शे रूकी सको, के पाँणी देंदे भाजी सको?”
अरह् संत्त-पौलुस ऐ तिनखे बुलो, “कियो तुँओं बिश्वाष कर्दे बख्तो पबित्र-आत्त्मा भेंटी?” चैले ऐ संत्त-पौलुस खे बुलो, “आँमें तअ पबित्र-आत्त्मा के बारें दो शुँणी भे थई ने; के किऐं पबित्र-आत्त्मा भे असो ऐ।”
संत्त-पतरस ऐ तिनखे ऐजा जबाब दिता, के “आप्णा मंन बद्ल़ो अरह् तुँओं मुँझ्षे ऐक नाँम आप्णे-आप्णे पापो खे पंस्तावाँ करियों माँफी माँगो; अरह् यीशू मसीया के नाँव शो नहाँण-नहाँव; तबे ऐशा दाँई तुओं पबित्र-आत्त्मा का दाँण-बरंदाँण भेंट्ला।
सेजे बादे लोग पबित्र-आत्त्मा शे भरे गुऐ, अरह् पबित्र-आत्त्मा के जाँणें बुल्णों के शक्त्ति शे से अपरियाँण भाषा का बरदाँन लई साँत्त-भाँत्ती भाषा बुल्दे लागे।
तबे: संत्त-पतरस ऐ पबित्र-आत्त्मा शो भरियों तिनखे बुलो, के “जंन्त्ता के हाकमों, अरह् बुड़ै-बुजूर्गों!
तबे से दुईन्नै तेथै हुटे, अरह् तिन्ऐं सामरियों खे प्रार्थना करी; के ईन खें पबित्र-आत्त्मा भेंटो।
हाँव तुँओं कैई शो सिर्फ ऐजो जाँण्णों चहाऊँ, के तुँओं पबित्र-आत्त्मा; मूसा खे भेटे गुऐ अज्ञा-निय्म का पाल़्ण कर्णो लई भेटा; के खुषख्बरी दा बिश्वाष कर्णो के कारण भेटी रूआ?