26 तुँऐं मुँह्दा बिश्वाष ने कर्दे, किन्देंखे के तुँऐं मेरी भैंड़ो ने आथी।
26 पौरौ तुऐं इथकारिए बिशवाश ना कौरौ, जिथुखै मैरै भेड़ो मुंजीदै ना आथी।
मेरी भैंड़ो मेरो चूचकार्णो शुँणों ऐ, अरह् हाँव तिनू पंह्छ़ियाँणू ऐं; अरह् से मुँह पाछ़ी-पाछ़ी चालो।
जबे से आप्णीं बादी भैड़ो भैंड़शाल़ो शी बाँईडी गाड़ी पाँव, तअ से आपु तिनू आप्णी भैंड़ो शा आगे-आगे हाँडो; अरह् सेजी बादी की बादी भैंड़ो तेसी भैड़वाल़े पाछ़ी-पाछ़ी चाल-पड़ो, किन्देंखे के से तेस्को चूचकार्णो अरह् बुलाँणों पंह्छ़ियाँणों ऐ।
बाबा ऐ जिनू लोग मुँह कैई देऐ थुऐ, सेजे ऐक नाँम जुण्जें मुँह कैई आँव, तिनू हाँव कंद्दी ने छ़ूड़्दा।
प्रभू यीशू ऐ बुलो, “ईन्देंखे मुँऐं तुँओं खे बुलो थियों, के जाँव तोड़ी कोसी खे बाबा कैई शा ऐजा बरदाँन ने भेटो, ताँव-तोड़ी कुँऐ भे मुँह कैई ने आऐ सक्दा।”
सेजा जू पंण्मिश्वर का असो, अरह् पंण्मिश्वर के बचन शुँणों; परह् ऐजे बचन तुऐ ईन्देंखे ने शुण्दें, के तुऐं पंण्मिश्वर के ने आथी।”
आँमें पंण्मिश्वर के असो, अरह् जुण्जे कुँऐं पंण्मिश्वर जाँणों, से अमाँरी शुणो; परह् जुण्जें कुँऐं पंण्मिश्वर ने जाँण्दें, से अमाँरी भे शुण्दें ने। ईन्दी ही लई आँमें साच्ची अरह् झुठी आत्त्मा की पछ़याँण करी सको।