2 सेजा ही बचन आदि दा पंण्मिश्वर की गईलो थिया।
2 सै शुरुआत शै ही पौरमेशवर कै साथै थिया।
आदि दा बचन थिया, बचन पंण्मिश्वर की गईलो थिया; अरह् बचन ही पंण्मिश्वर थिया।
तेसी ही बचन के जाँणें सब-कुछ पय्दा हुओ, अरह् जुण्जो किऐ पय्दा हुओ; तिन्दें मुँझ्शी किऐ भे चींज बचन के बिना पय्दा ने हई।