16 परह् तुँऐं आप्णी हंकार दा घुमंन्ड करह्, परह् हंकार अरह् घमंन्ड पाप शा भरा अंदा हों।
16 पौरौ ऐबै तुऐं आपणी योजनाओ कै बारै मुंजी घमण्ड कौरौ ऐशणा घमण्ड बुरा हौंव।
तुवाँरा शियाँगियों तारीफ करणा आछा नें आथी; कियों तुँऐं जाँण्दे ने, के दाँणिक खाटो आटा बाटो अंदो बादो आटा खाटो बाँणों।
परह् जे तुवाँरा मंन-सास डाह्-जल़ण अरह् सुवार्थी हिछ़्या शा भरा अंदा असो, अरह् तिन्दा तुँऐं किऐ धमंन्ड करियों साचे को झूठो बाँणियों ने बुल़े।
किन्देंखे के जुण्जो किऐ संईसारी दो असो, मतल्व देह्-शरीर की बुरी हिछ़या, अरह् आ:खी की बुरी हिछ़या, अरह् जीऊँणों का घमन्ड, से स्वर्गो के पिता की ढबे शा ने परह् संईसारी की ही ढबे शो हों।
तिन्ऐं जेतोड़ी आप्णी, बड़ियाऐं करी, अरह् तिन्ऐं जे-तोड़ा भोग-बिलास करा, तुँऐं भे तिनखे तेत्री ही परेशाँनी अरह् बैद्णीं दियों; किन्देंखे के से मंन ही मंन बुलो, के हाँव तअ राँणी जेष्णी बंईठी रंऐ, हाँव बिध्वा ने आथी; हाँव कद्दी भे दु:ख बीलाप, अरह् शोक दे ने पड़दी।