किन्देंखे के ऋषी-मूसा खे भेटे गुऐं निय्म के पाल़्ण कर्णो शे कुँऐं भे आदमी पंणमिश्वर की नंजरी दा बै-कसूर ने बंणी सक्दा। ईन्देखे के निय्म के जाँणें पाप की पह्छ़याण हों।
के सोभी लोगो का नियाँव करह्, अरह् सोभी नाँस्तिकों खे दुष्टों के बादे कामों के बारे दा जुण्जे तिन्ऐं पाप की बुराई शे कुठूर्ता की बातो पापी बंणिंयों तिनके बारे दी करी थी, तिनू दुषी कसूरबार बंणाँऐं।”