प्रभू यीशू ऐ तिनखे जबाब दिता, “तुँऐं बैजाऐ बड़ी भूल गलती करी लऐ: तुँऐ ना तअ पबित्र-ग्रन्थों के लेख पढ़ियों सम्झी थई; अरह् ना ही तुऐं पंणमिश्वर की शक्त्ति-सामंर्थ जाँण्दें
प्रभू यीशू ऐ तिनखे बुलो, “कियों तुवाँरे थोंच ज़ाई, ने रंई, के ना तअ तुँऐं पबित्र-ग्रन्थ जाँण्दे, अरह् ना ही पंणमिश्वर के शक्त्ति जाँण्दे, ईन्देंखे तुँऐं धोखे दे रंह्।
कियों तुँऐं जाँण्दे ने के अनियाँऐ कर्णो वाल़े लोग पंणमिश्वर के राज्य के वारिस ने हंदी? परह् धोखा ने खाऐ; ना बैष्या गंम्मी, ना मुर्ती पुज्णों वाल़े, ना पराई तिरोंई आरी चोरी-जारी कर्णो वाल़े। ना मरदो आरी मरोद भोग-बिलास कर्णो वाल़े,
ईन्दें चौक्क्ष रूऐ, के कुँऐं तुँओं ईनू देखावे के ज्ञाँन अरह् बै-कार के धोखे दे आप्णें बष दे ने करी पाँव; जुण्जी के आदमी के रित्ति-रूवाज अरह् संईसारी के पुराँणी शिक्क्षा असो, जुण्जी के मसीया के हिसाब शी ने आथी।
हे मेरे प्यारे भाऐ बंईणों शुणों। कियों पंणमिश्वरे ईयों संईसारी के गरीब कंगाल छाँटी ने थई, के बिश्वाष दे सैठ-सहऊँकार अरह् तेसी राज्य के हंक-अधिकारी बण्ल़े, जिन्देका बाय्दा पंणमिश्वर तिनू आरी करा जुण्जे लोग तेछ़ौ पियार करह्?
हे भाऐ बंईणों, ओका ओकी के बदनाँमी ने करे, किन्देंखे के जुण्जे भाऐ बंईणों ओका ओकी के नीदया-बदनाँमी करह्, के आप्णें भाऐ कसूरबार बाँणों; से अज्ञाँ-नीय्म के बदनाँमी करह्; अरह् अज्ञाँ-नीय्म कसूरबार बाँणों; अरह् जे तू अज्ञाँ-नीय्म दा चाल्णों वाल़ा ने, परह् तिन्दे का नींयाँईच़ू बंणें।
हे, मेरे, प्यारे भाऐ बंईणों, ईन्देशी बैजाऐ बड़ी बात ऐजी असो, के षौह ने करे, ना स्वर्गो की, अरह् ना धर्ती की, अरह् ना कोसी ओकी चींजो की, परह् तुँवारी बात-चींत्त हाँ, के “हाँ”, अरह् ना, के “ना”, हऐ चेंई, जिन्दें लई तुँऐं सजा ज़ूगै ने बणों।
हे मेरे भाऐ बंईणों, जे तुँओं मुँझ्षा कुँऐं सच्चाई के बाटो शा भट्की ज़ाला, अरह् तेसी कुँऐं पाछू फिरऐयों आँणों। स्वर्गदूत्तों दे हुटे दे भे खुशी मनुवाँ जे कुँऐं बुराई शा पाछू फिरंह्