तअ तबे मसीया को लह्ऊँ जिन्ऐं आपु आप्खे सदा अमर रंहणों वाल़ी आत्त्मा के कारण पंण्मिश्वर के सहाँम्णें नीर-दोष बंल़ीदाँण के रूप दा भेंट कंरियों चड़ाया; तअ तबे तुवाँरी अंन्त्तर आत्त्मा के मँरे अंदे कामों शे से कैई ने शुद्ध कर्दी? जू तुऐं जीऊँदें पंण्मिश्वर के सेंवा करी सको।
किन्देंखे के बाय्दे का बसिय्त-नाँमा सिर्फ तबे ही माँना ज़ाँव जबे जेसा बसिय्त-नाँमा देणों वाल़ा आदमी मँरी ज़ाँव, परह् जे से जीऊँदा हों तअ सेजा बसिय्त-नाँमा माँना ने ज़ाँदा।
अरह् अज्ञा-निय्म के मुँताबिक मंतल्व; ऐक नाँम चींजो लह्ऊँ के छ़िड़कावे के कारण शुद्ध करी गंई; अरह् बल़ीदाँण के लह्ऊँ के बिना पाप खे माँफ़ी भेंट्णीं सुखी ने आथी।