हे भाऐ बंईणों, तुँओं अजाद हणों खे बय्दी थुऐ, परह् कद्दी ऐशो ने हईयों के ऐजी अजादी तुँऐं देह्-शरीर के बुरी हिछा कर्णो का साधन ने बाँणें; परह् पियार शे ओका ओकी का सेवा दा मदत्तगार बंणों।
हे भाऐ-बंईणों, तुवाँरे बारे दा आँमों हर बख्ते पंण्मिश्वर का धन्यबाद करणा पड़ो, अरह् ऐजो ठीक असो, ईन्देंखे के तुवाँरा बिश्वाष बैजाऐ बढ़दा ज़ाँव, अरह् तुँओं सोभी को प्यार आपु मुझी बैजाऐ बढ़दो लागो।