प्रभू यीशू ऐ जबाब दिता, “जुण्जा नहाँऐ रूवा, तेसी लात्तो के सुवाऐ, ऊको किऐ भे धोंणों के जरूरत्त ने आथी; किन्देंखे के से पुरण रूप शा शुद्ध हऐ रूवा। तुऐं लोग शुद्ध असो, परह् बादे के बादे ने शुद्ध आथी।”
प्रभू यीशू ऐ तेस्खे जबाब दिता, के “हाँव ताँव्खे ऐक खास बात बुलू; के जाँव तोड़ी कुँऐं आदमी पाँणी अरह् आत्त्मा शा जन्म ने लंह्दा, ताँव-तोड़ी से पंण्मिश्वर के राज्य दा हाजिर ने हऐ सक्दा।
जिन्ऐं आपु-आप्खे अमाँरी ताँईऐं देऐ दिता, के आँमें हर प्रकार के पाप-अ-धर्म शे छुढ़ोऐ दियों, अरह् शुद्ध करियों आप्खे ऐक ऐशे लोग बाँणों, जू भले-भले काँम-काज़ खे तैयार रंह्।
तअ तबे मसीया को लह्ऊँ जिन्ऐं आपु आप्खे सदा अमर रंहणों वाल़ी आत्त्मा के कारण पंण्मिश्वर के सहाँम्णें नीर-दोष बंल़ीदाँण के रूप दा भेंट कंरियों चड़ाया; तअ तबे तुवाँरी अंन्त्तर आत्त्मा के मँरे अंदे कामों शे से कैई ने शुद्ध कर्दी? जू तुऐं जीऊँदें पंण्मिश्वर के सेंवा करी सको।
किन्देंखे के जेस्दी ऐजी बातो ने आथी, से शेड़ा असो, अरह् तैस्के दुर्के तोड़ी ने दे:खीन्दो, अरह् आप्णे पाछ्ले पापों शा धोऐयों से शुद्ध होंणों बिसरी रूवा।
से सेजा ही असो, जू पाँणी अरह् लह्ऊँ के जाँणें पर्गट हुऐ, मतल्व प्रभू यीशू मसीया: तिनकी आँवणीं सिर्फ पाँणी लई ने परह् पाँणी अरह् लह्ऊँ दुई के जाँणें हऐ, जिन्दें की गुवाह्-शाज़्त पबित्र-आत्त्मा असो, किन्देंखे के पबित्र-आत्त्मा ही सच्चाऐ असो।