1 हे, प्यारे नहाँन्ड़िया तुँऐं पंण्मिश्वर के अलाद असो, ईन्देंखे तिनके जिऐ बंणों;
1 तुऐं पौरमेशवर कै प्यारे नानड़िया औसौ, इथकारिए तोंवारा बर्ताव तैसकै स्वभाव कै जैशणा हौंव।
जिन्दे लई तुँऐं आप्णें स्वर्गो के पिता पंणमिश्वर की अलाद बंण्ले किन्देंखे के से भले अरह् बुरे दुई गाशी आप्णा सुरूज चंम्काँव, अरह् धर्मी अरह् पापी दुई गाशी बरखा बरषाँव।
ईन्देंखे ऐशो चेंई के जेष्णाँ तुवाँरा स्वर्गो का पिता साच्चा-पाक्का असो, तेष्णें ही तुँऐं भे साच्चै-पाक्कै बंणों।
परह् जै-तोड़े लोगे ऐं तिनू धारण करे, मतल्व तिन के नाँव दा बिश्वाष करा; तिनू सोभी लोगों खे तिन्ऐ पंण्मिश्वर के अलाद बंण्णों का हंक-अधिकार दिता।
ओका ओकी खे दया-रंय्म कर्णो वाल़े हों, अरह् जैष्णें पंण्मिश्वर ऐ मसीया दे तुवाँरे कसूर माँफ करे, तेष्णें ही तुँऐं भे ओका ओकी के कसूर माँफ करह्।
जू तुँऐं सिदे-सादे नीष-कपट, अरह् बै-कसूर बणियों रंह्, तअ ईयों हठाव्णी, हर-कुछ कर्णो वाल़े गड़ी-पीड़ी दे, पंण्मिश्वर की साच्ची अलाद बंणियों अस्माँनों के तारे जैष्णें चँमक्दे रंह्।
ईन्देंखे पंण्मिश्वर के चूणें-छाँटे अंदें जैष्णें जू पबित्र अरह् प्यारे असो, बड़ी कृपा, भलाऐ, अरह् गरबाई-नींम्ताई, अरह् सय्नशिलता धारणा करह्।
हे प्यारों, जबे पंण्मिश्वर आँमों आरी ऐष्णों पियार करह्, तअ आँमों भे आपु मुँझी ऐष्णों ही पियार थंणों पड़ो।