कुलुस्सियों 2:17 - Sirmouri17 किन्देंखे के ऐजी बादी आँणों वाल़ी घट्ंणाँओं के ऐक नंकल असो, परह् खास जड़ तअ मसीया असो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम17 जिथुकै ऐजै सौबै कानून सिरफ ऐक छाया कै जैशणै औसौ। पौरौ मूल चीज़ौ मसीह की औसौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
ऋषी-मूसा खे भेटे गुऐ अज्ञाँ-निय्म के कारण जिदी आँणों वाल़ी आच्छ़ी चींजो के सिर्फ़ छाँया जेऐ असो, परह् ईन्दें का असलिय्त्त दा किऐ भे रूप ने आथी; ईन्देंखे तिनू ऐकभाँत्ते बल़ीदाँण के कारण, जू हर साल्ह बैजाऐ चढ़ाऐं ज़ाँव, परह् से आप्णें नंजीक आँणों वाल़े आरार्धना कर्णो वाल़े लोग बिलकुल भी सीद्ध ने करी संक्दे।
अरह् ऐजे याजकों सेजे असो, जुण्जे दाँणिक स्वर्गो की चींजों खे, अरह् दाँणिक ताँम्बू खे, अरह् दाँणिक ही आरार्धना करह्; किन्देंखे के ऋषी-मूसा जबे तेसी ताँम्बू बाँण्णों वाल़ा थिया, तअ पंण्मिश्वर कैई शी तेस्खे ऐजी चिंताँव्णी देऐ गंऐ थी; के “ऐजा ध्याँन थुऐ, के तुऐं ताँम्बू ठीक-ठीक तेष्णाँ ही बाँणें; जेष्णाँ के ताँव कैई शा धारह् गाशी देखाया गुवा थिया।”