8 ऐषा दाँई तेसी नंगर दा बड़ा आनन्द अरह् खुशी छ़ाँऐ।
8 औरौ तैसी शहर कै बौहितै सारै लोग बैजाए खुशी हुवे।
ईन्देंखे जबे सेजे सामरी लोग प्रभू यीशू कैई आऐ, तअ से तिनू ढह्लयाँदे लागे, के “हे प्रभू! तुऐं ईथी आँमों मुँझी रंह्”, तबे प्रभू यीशू दो देसो तोड़ी तैथी रूऐ।
ऐजो शुँणियों गऐर-यहूदी लोग आनन्दित्त-खुशी हुऐ, अरह् प्रभू के बचन की बड़ियाऐं कर्दें लागे; अरह् जैतोड़े लोग अमर-जीवन जीऊँणों खे बंणाँऐ गुऐ थिऐ, तिन्ऐं बिश्वाष करा।
अरह् खास-चैले आँनन्द अरह् खुशी शे अरह् पबित्र-आत्त्मा की भर-पुरी से भर्दे गुऐ।
अरह् जबे से पाँणी मुँझ्षे बाईडे आऐ, तअ तबे प्रभू की आत्त्मा ऐ तेसी फ़िलिप्पुस ऊबा थागा; अरह् तबे तेने खोज़े ऐं तेसी हंजों दुज़ाल़िऐ ने देखी: तबे से आँनन्द-खुशी शा आप्णें बाटे हुटा।