47 परह् राजा सुलैमान ऐ पंण्मिश्वर का घरह्, मतल्व देऊँठी बंणाँऐ थी।
47 पौरौ तैसकै बैटै राजा सुलैमाने तैसी कारिए मंदिर बाणा।