प्रेरितो कै काम 5:34 - Sirmouri34 परह् गमलीएल नाँव का ऐक यहूदी भाट-बाँम्ण थिया, जुण्जा रित्ती-रूवाज अरह् यहूदी-निय्म का माँष्टर थिया; अरह् बादी जंन्त्ता तेस्की आदर-ईज्त्त करह् थिऐ, तबे से खुम्ल़ी दा ऊँबा खह्ड़ा हुवा; अरह् तेने खास-चैले खे ऐग्ड़ी बाँईडे नींहणों के अज्ञाँ दिती। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम34 पौरौ गमलीएल नांव कै ऐकी फरीसी आदमीए जू यहूदी शास्त्र का ज्ञानी औरौ सौबी लोगौ मुंजी माना गिनेयोंदा थिया, महासभा दै खौड़ै हौयौ चोणेयौंदे चैलै कै दैणिक सौमय कारिए बायरै भैज दैणौ कै आज्ञा दी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
“हाँव यहूदी असो! हाँव किलिकिया के तरंसुस नंगर दा पय्दा हऐ रूवा; अरह् मुँऐ ऐसी नंगर दे ही गुरू-गमलीएल के लात्तो कैई बऐठियों शिक्क्षा-दिक्क्षा लऐ थंऐ; मुँऐं आप्णें पुराँणियाऐं के रित्ती-रूवाज के बिधी-बिधान का बादा अध्यन करी थुवा; हाँव पंण्मिश्वर का तेष्णा ही आरार्धना कर्णों वाल़ा बंणाँ, जेष्णें तुऐं असो।