प्रेरितो कै काम 5:28 - Sirmouri28 “कियो आँमें तुँओं खे ऐजी पाक्की चिताँव्णीं देऐयों अज्ञाँ दिती ने थी, के तुँऐं ऐसी नाँव शी किऐ भे शिक्क्षा ने दिऐं? परह् तबे भे देखो, के तुँऐं बादो यरूशलेम आप्णी तियों ही शिक्क्षा लई भरी दितो; तअ तबे कियों? तुँऐ तेसी आदमी का खूँन अमाँरें माँथै मंड़्णाँ चहाँव।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम28 “का आमुए तुऔं सख्त आदैश ना दैय रैई थी कै तुऐं ऐसी नांव शै उपदैश नी कौरेया? हौजौ बै तुऐं सारै यरूशलेम शहर कै आपणै उपदैश शै भोरै दिया औरौ तैसी आदमी कै लोऊ का इलजाम जबरदस्ती आमु पांदी लाणा चांव।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
कियो तुवाँरे पुराँणिऐं ऐ ऋषियों गाशी अंत्त्याचार करी ने? तिन्ऐं तिनू ऋषी लोग माँरी दित्ते, जिन्ऐं आगे ही तेसी धर्मी जंण के आँवणीं की घोष्णाँ करी थी; तुओं लोगों खे स्वर्गदूत्त के जाँणें, रित्ती-रूवाज निय्म भेंटी ने? परह् तुऐं लोगें ऐं तिन्दें का पाल़्ण ने करी, अरह् ऐबे तेसी धर्मी जंण के थंहम्बड़ाणों वाल़े अरह् हत्त्यारे बंणी गुऐ।