5 तबे: सेजा भीख्हारी तिन कैई शो किऐ भेंट्णों की हिछ़्या शा टक-टकाऐयों तिनकी ढबै देख्दा लागा।
5 औरौ सै तिनु कैईंदै किछै पाणौ कै उमीद राखैयौ तिनकै ढौबौ दैखदा लागा।
संत्त-पतरस अरह् संत्त-यूहन्ना ऐ तेसी भीख्हारी की ढबे निजाऐयों देखियों बुलो, “अमाँरी ढबे देख्ह!”
अरह् संत्त-पतरस ऐं बुलो, “मुँह कैई सुन्नों अरह् चाँदी तअ आथी नें; परह् जुण्जो किऐ मुँह कैई असो, सेजो ही हाँव ताँव्खे देऊँ: नासरत के रंहणों वाल़े, यीशू मसीया के नाँव शा बीऊँज अरह् ऊँडा-पुडा हाँड!”