36 ऐतोड़ो बुलियों संत्त-पौलुस ऐं तिनू सोभी आरी आप्णें घुन्डू नाँऐयों प्रार्थना करी।
36 ऐजौ बौलेयौ तैणै घुंडू नियुड़ायो औरौ तिनु सौबी कै साथी प्रार्थना कौरे।
जबे तेथै शा अमाँरे ज़ाँणो का बख्त्त पुरा हुवा; अरह् आँमें बिदा हंऐयों जाँदे लागे, तअ बादे लोग तिरंई अरह् नहाँन्ड़िया आरी, नंगर शे बाँईडे आँमों डेयाल़्दे आऐ; अरह् आँमें संमुँन्द्रो के काटल़ो गाशी आप्णें घुण्डू नाँऐयों प्रार्थना कर्दे लागे।
तबे प्रभू यीशू चैले शे दाँणिंक आगुड़े हुटे, अरह् घुंन्डकुँणिऐ प्रार्थना कर्दे लागे।
कोसी भे बात का फिकर ने करे, परह् बादी बातो दे तुवाँरे ढाल-अरज, प्रार्थना अरह् ढाल-अरज के जाँणें धन्यबाद आरी पंण्मिश्वर के संहाम्णें हाजिर हों।
तबे: से घुडकुँणिऐं बंईठा, अरह् तेने जुराल़ी लेरंह् मारियों बुलो, “हे प्रभू! ऐजा पाप ईन्दा ने लाऐ!” अरह् ऐजो बुलियों तेने प्राण छुड़ी दित्ते; अरह् सेजा शाऊल भे तेस्के माँर्णो दा संह्ऐम्त्त थिया।
हाँव ईन्दी के ताँईऐं तेसी परमं-पिता पंण्मिश्वर के साम्णें घुन्डू नुवाँऊ,
तबे संत्त-पतरस ऐ बादे लोग तेथै शे बाँईडे गाड़े, अरह् तेने घुडकुँणिऐं प्रार्थना करी; ईन्दें पाछ़ी तिन्ऐ तेसी मुँड़्दे के ढबै पाछ़ू फीरियों बुलो, “तबिथा, बीऊँज!” तबे तिऐं आप्णी आँख खुली, अरह् संत्त-पतरस देखियों से ऊँबी बंऐठी।
मुँऐ तुँओं कैई शो सब-कुछ करियों देखाओ, के कैशे दाँई मेंह्न्त्त करियों मुँऐ कंमजोर लोग सहम्भाल़े; अरह् प्रभू यीशू के बचन चींत्ते कराँणें जरूरी जाँणें, किन्देंखे के पंण्मिश्वर ऐं आपु ही बुलो; के ‘लोंणों शो देंणों भोलो असो।’”