बिश्वाष के कारण भगत्त-हनोक ऊँबा अस्माँनों दा थागा गुवा, जू से तैस कैई मंऊँत्ती का पता ही ने लागों, के मंऊँत्त केष्णीं हों; अरह् से तबे हजों कंद्दी भे कसी के देखाई दा ने पड़ी, किन्देंखे के पंण्मिश्वर ऐ तेसी ऊँबा अस्माँनों दा थागा; किन्देंखे के पबित्र-ग्रन्थ तेस्के बारे दो ऐशो भे बुलो, के ऊबे थागे ज़ाँणों शा आगे तेने पंण्मिश्वर खुशी करी थुवा थिया।