चींत्तें थुंऐ, के मुँऐ तुँओं खे का बुली थो: के दास सेंवक आप्णें माँलिक शा बड़ा ने हंदी, किन्देंखे के जबे तिन्ऐं मुँह सताँऐ थुवा; तअ से तुओं भे जरूर सताँदे ऐ; जे से मेरे बचन का पाल़्ण कर्दे, तअ से तुवाँरे बचन का भे पाल़्ण कर्दे थिऐ।
ऐबे बादे यहूदा, गलील, अरह् सामरी ईलाके दे कलीसिया खे शाँण्त्ति भेटी, अरह् कलीसिया का निर्माण बड़दा रूवा; अरह् से प्रभू के डर-भय शे, अरह् पबित्र-आत्त्मा की शाँण्त्ति दे चाल्दे अरह् बढ़्दे रूऐ।